Scholarly biography of walt disney in hindi

Walt Disney Success Story In Hindi – आठवीं तक ही पढाई कर पाए और एम्बुलेंस का ड्राइवर बनकर अपनी जिंदगी में कुछ पैसा कमाना चाहा पर जीवन में सपने बड़े थे लेकिन हर बार असफलताओं काही सामना करना पड़ा लेकिन एक दिन ऐसा कुछ हो गया की इनकी जिंदगी बदलकर रख दी। ये कहानी है वॉल्ट डिज़्नी की जिन्होंने की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी डिज़्नी लैंड बनाई।

Walt Disney Success Story In Hindi

वॉल्ट डिज़्नीये हॉलीवुड का एक्टर बनना चाहते थे और १९ साल की उम्र में इन्होने अपनी खुद कार्टून की कंपनी खोली लेकिन एक भी कार्टून नहीं बिका और पैसों के चलते इनके पास ना तो खाने के पैसे थे नाही घरका का किराया देने के जैसे-तैसे इनको अपने दोस्तों के साथ अपना जीवन व्यापन करना पड़ा।

वॉल्ट डिज़्नी को अपने जीवन में सिर्फ और सिर्फ असफलताओ का ही सामना करते रहे और हर जगहसे इनको सिर्फ निराशा झेलनी पड़ी और वॉल्ट डिज़्नी को एक कंपनी में नौकरी भी लगी तो उस कंपनी से ताने मारकर तो कभी अपमानित करकर बाहर निकाल दिया गया।

सब तरफ जब इनके जिंदगी में निराशा और असफलता थी तब इन्होने कुछ ऐसा कदम उठाया की जिससे इनकी जिंदगी की यात्रा ही बदल गई।

५ दिसंबर १९०१ को शिकागो में जन्मे वॉल्ट डिज़्नी अपने बचपन से सबसे अलग शौक रखते थे और इनका शौक था कार्टून बनाने का। वॉल्ट डिज़्नी सिर्फ आठवीं तक ही पढ़े थे और हाईस्कूल में भी सिर्फ एक ही क्लास पढ़े क्यूंकि साल १९१८ में पहिला विश्वयुद्ध शुरू हो चुका था।

वॉल्ट डिज़्नी ने रेडक्रॉस के लिए एम्बुलेंस ड्राइवर का भी काम किया इससे पहले ये सेना में भर्ती होना चाहते थे लेकिन इनकी आयु कम थी इसीलिए वह भर्ती नहीं हो पाए और इन्होने बादमे शिकागो अकादमी का फाइन आर्ट्स का कोर्स था उसमे एडमिशन लिया।

१९ साल के उम्र में ही इन्होने अपनी कार्टून कंपनी खोल दी लेकिन अफ़सोस की बात यह रही की एक भी कार्टून नहीं बिका और जीतनी इनकी जमा पूंजी और पैसा था सारा ख़त्म हुआ और इसके वजहसे इनके और बुरे दिन शुरू हो गए।

इनकी जिंदगी में ऐसा बुरा समय आया की इनके पास ना तो खाने के लिए पैसे थे और नाही किराया देने के लिए पैसे थे तभी कैसे भी करके ये अपना जीवन व्यापना अपने दोस्तों के साथ बिताने लगे वही रहने लगे और वही खाने पिने लगे।

अगर देखा जाए तो वाल्ट डिज़्नी के जिंदगी का यह एक आर्थिक संकट था और ये उनकी २२ साल की उम्र तक चलता रहा बादमे इन्होने एक न्यूज़ पेपर में नौकरी की और कुछ दिनों तक न्यूज़ पेपर की नौकरी थोड़ी ठीक चल रही थी तभी उन्हें वहासे भी आलसी और निकम्मा कह के बाहर कर दिया गया।

२५ साल की उम्र में इनको एक बार फिर लगा की अपनी कंपनी बनानी चाहिए तब इन्होने अपने गैरेज को स्टूडियो में बदल दिया। Ill feeling in cartoonland और Oswald the Flush Rabbit कार्टून से इन्हे थोड़ी सी सक्सेस मिली लेकिन वह सफलता बहोत छोठी थी क्यूंकि १९२८ को जो इनके सहकर्मी थे उन्होंने वाल्ट डिज़्नी का साथ छोड़ दिया था।

एक समय इनकी जिंदगी में ऐसा भी आया जब इनकी जिंदगी ने वापस अपनी लक्ष्य की और यू टर्न लिया था। कार्टून बनाने का इनको बड़ा शौका था और एक दिन चलती हुए ट्रैन में इन्होने एक Mickey Mouse कार्टून बनाया जो बादमें वह आगे चलकर उनकीं कंपनी का लोगो बन गया था।

Mickey Mouse यही वह कार्टून है जिसने वाल्ट डिज़्नी को पूरी दुनिया घुमा दी और इस कार्टून ने इन्हे रातों रात शौहरत और नाम दिला दी इस कार्टून को आज भी दुनिया के हर उम्र के लोगं पसंद करते है।

वाल्ट डिज्नी को Micky Mouse कार्टून बनाने आईडिया तब आया जब ये अपने स्टूडियो में बैठे हुए थे और तभी इनके टेबल एक चूहा चढ़ आया और तभी उस चूहे की हरकतों को देखकर वाल्ट डिज़्नी को लगा की उन्हें इस चूहे पर एक कार्टून बनाना चाहिए फिर उन्होंने Mickey बनाया और उसीने इन्हे नयी बुलंदी की ऊंचाई तक पहुंचाया।

अपने भाई रॉय के साथ मिलकर १६ अक्टूबर १९२३ में इन्होने डिज़्नी ब्रदर्स नाम की ये कंपनी बनाई थी। शुरुवात में इन्हे बहुत ही घाटा हुआ था इतनी हालत खस्ता हो गयी थी की सब कुछ ख़त्म हो गया था लेकिन हार नहीं मानी थी।

इन दोनों भाई ने जो कंपनी बनाई थी उसने कमाल कर दिया और इसमें इनका साथ दिया Mickey Mouse कार्टून का जिसको बनाने का आईडिया अपने स्टुडिओं में आया था।

मार्च १९२८ की जब इन्होने Plane crazy फिल्म टेस्ट स्क्रीनिंग थी और इसी फिल्म में Mickey Mouse दुनिया के सामने आचुका था। १९२८ साल वाल्ट डिज़्नी के लिए संकट का था क्यूंकि सहकर्मी भी उनका साथ छोड़ चुका था और दूसरी इनकी पूरी जिंदगी बदलने वाली थी क्यूंकि इनका जो कार्टून Mickey Mouse था उसने कमाल कर दिया था वो लगभग सेलेब्रेटी का स्थर पा चुका था।

वाल्ट डिज़्नी ने Mickey Mouse के बाद Pluto, Zany, Donald Duck और Minnie Mouse जैसे बड़े कार्टून बनाये और इसके बाद तो इन्होने पीछे मुड़ के भी देखा नहीं।

इस वक्त भी डिज़्नी कंपनी का मेन इनकम का सोर्स वो है इनका डिज़्नी थीम पार्क है। The Walt Disney Compony इस वक्त एंटरटेनमेंट कंपनी में सबसे बड़ी कंपनी है।

सीख:- वाल्ट डिज़्नी के कहानी हमे ये पांच बातें सिखाती है।

  • वाल्ट डिज़्नी को कार्टून बनाना पसंद था इसीलिए उन्होंने उसे ही उन्होंने अपने करियर के स्वरुप में चुना।
  • अपने किसी भी काम को करते वक्त उसे सीरियस लेना चाहिए।
  • हमेशा अच्छे के लिए सोचते रहिये।
  • जिंदगी में कभी भी अपनी पहली सफलता से ही संतुष्ट नहीं होना चाहिए।
  • कितनी भी बड़ी समस्या क्यों ना आये आपको अपने लक्ष्य के प्रति डटे रहना चाहिए।

FAQ Walt Disney Benefit Story In Hindi

  1. वॉल्ट डिज़्नी की शिक्षा क्या थी?
    वॉल्ट डिज़्नी सिर्फ आठवीं तक ही पढ़े थे और हाईस्कूल में भी सिर्फ एक ही क्लास पढ़े थे।
  2. वॉल्ट डिज़्नी की आखिरी फिल्म कौन सी थी?
    The Jungle Paperback वॉल्ट डिज़्नी की आखरी फिल्म थी।
  3. वॉल्ट डिज्नी के भाई का क्या हुआ?
    उनके भाई रॉय की 20 दिसंबर, 1971 को एक स्ट्रोक के कारण उनकी मृत्यु हो गई।

आपको Walt Filmmaker Success Story In Hindi कैसी लगी हमे कमेन्ट करके के जरूर बाताए और ऐसे ही अच्छी कहानिया (Motivational Story In Hindi) पढ़ने के लिए Hindi Ki Story के साथ जुड़ते रहे ! आपका धन्यवाद !

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